Thursday, October 17, 2013

कौन बनेगा प्रधानमंत्री ?और किस नेता का है कैसा ग्रह संयोग ? - एक ज्योतिष वैज्ञानिक

आगामी चुनावों के समय किस  राजनेता का है  कैसा ग्रहयोग ? 

     वर्तमान समय में भारतीय राजनैतिक महापुरुषों की कुंडलियों में आगामी चुनाव 2014 के समय किस  राजनेता का कैसा ग्रह योग चल रहा है उसका ज्योतिष शास्त्रीय ढंग से विवेचन किया गया है इसमें बिना किसी पार्टी या पक्ष का ध्यान दिए हुए शास्त्रीय  बात  को स्पष्ट रूप से रखा गया है।वैसे आगामी चुनावों में धर्म एवं सिद्धांत वादी राजनेताओं पर ग्रहों का विशेष अच्छा प्रभाव रहेगा! विशेष बात यह है कि सभी राजनेताओं की डेट ऑफ बर्थ  एवं डेट ऑफ़ टाइम  की जानकारी इंटरनेट के श्रोतों से जुटाई गई है कुछ नेताओं जन्म पत्रियाँ   प्रकाशित पुस्तकों से उठाई गई हैं फिर भी सभी राजनेताओं की डेट ऑफ बर्थ  एवं डेट ऑफ़ टाइम  की जानकारी उनके नाम के साथ ही दी जा रही है जिसका जन्म दिन या जन्म समय सही न हो उसके विषय में लिखे गए फलादेश को सही माना जाना चाहिए।यदि किसी माध्यम से हमें ऐसी कोई सूचना मिलती है तो सम्बंधित राजनेता के विषय किए गए फलादेश को यहाँ से साभार  डिलीट कर दिया जाएगा ।

नरेन्द्र मोदी जी- Sunday, September 17, 1950 Time of Birth: 11:00:00  Place of Birth: Mehsana

     मोदी जी की जन्म कुंडली के अनुसार उनमें एक कुशल प्रशासक की उत्तम क्षमता है जिसके अनुसार ही उन्होंने प्रतिपक्षियों को पराजित करके कई बार चुनाव जीते हैं।वर्तमान में ग्रह संयोग ही कहा जाएगा कि अब तक परिश्रम पूर्वक बनाई गई राजनैतिक साख एवं सामाजिक प्रतिष्ठा इस समय यदि सुरक्षित रखी जा सकी तो इसे भी  बड़ी  उपलब्धि के तौर पर देखा जाना चाहिए।निस्संदेह समय अब तक उनका सहयोगी रहा है किन्तु  अब से 30-11-2021तक का समय धीरे धीरे क्रमिक रूप से इतना अधिक राजनैतिक शैथिल्य दे देगा कि इस समय अपने स्वभाव के विपरीत जाकर  मोदी जी को स्वजन विरोधियों के आगे कई बार न केवल हथियार डालने पड़ सकते हैं अपितु बढ़े हुए कदम भी वापस खींचने पड़ सकते हैं जबकि मोदी जी के अभी तक के परिश्रम और प्रभाव का  प्रचुर चुनावी लाभ वर्तमान में भाजपा को मिलेगा और भविष्य में मोदी जी को!वर्तमान में  मोदी जी उससे कितना लाभान्वित होंगे यह कह पाना अत्यंत कठिन है किन्तु भाजपा लाभान्वित होगी ही इससे इनकार नहीं किया जा सकता है वैसे भी आदरणीय मोदी जी का यह परिश्रम ब्यर्थ नहीं जाएगा भविष्य में रंग लाएगा!यदि वो संयम से काम लेते हैं !

      फिर भी संयोग वश मोदी जी को प्रधानमंत्री जैसे  प्रतिष्ठा पूर्ण  राष्ट्रीय पद पर पहुँचने का कोई अवसर मिल ही जाता है  तो पूर्ण मनोयोग से परिश्रम पूर्वक एवं विशेष सहनशीलता के साथ निर्वाह करना चाहिए।इस बीच राजनैतिक साख एवं सामाजिक प्रतिष्ठा  यदि सुरक्षित  रखी जा सकी तो 30-11-2021  से  30-11-2028  तक का समय स्वाभाविक रूप से किसी महत्त्वपूर्ण  राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय पद पर पहुँचाकर मोदी जी को उत्कृष्ट प्रतिष्ठा प्रदान करेगा।

    ज्योतिष  वैज्ञानिक की दृष्टि से एक और बात सामने आती है कि अपने अनुकूल या प्रतिकूल चुनावी परिणाम सामने आने पर भाजपा समर्थक हिंदूवादी संगठनों लोगों में अचानक धार्मिक सांस्कृतिक नैतिक मुद्दे उठाने की होड़ सी लग जाएगी जिससे देश में  अचानक नैतिक  एवं धर्म मय वातावरण बनेगा ! बहुत अधिक सीमा तक संभव है कि श्री राम मंदिर निर्माण की दिशा में कोई सकारात्मक और योजना बद्ध ढंग से विशेष सावधानी पूर्वक पहल हो तो 19.6.2014 से प्रारम्भ होकर 14.7.2015 तक  के समय में मंदिर निर्माण की दिशा में कोई महत्वपूर्ण प्रगति हो ! 

     यहाँ विशेष ध्यान देने लायक बात ये है कि अयोध्या में मंदिर निर्माण की दिशा में बनाया गया श्री राम चबूतरा नाम का भगवान श्री राम जी का अस्थाई आसन हटाना पड़ेगा अन्यथा उसके रहते हुए मंदिर निर्माण हो पाना संभव नहीं होगा !ये  प्रबल ज्योतिषीय कारण है !

     मोदी जी या किसी अन्य स्वरूप में यदि राजग की सरकार बन ही जाती है तो भी विशेष सावधानी पूर्वक चलाना होगा क्योंकि 19.6.2014 से प्रारम्भ होकर 14.7.2015 तक  के समय में मंदिर निर्माण का जो ज्योतिषीय योग है इसे कुछ उपद्रवी तत्व हिंसक बना सकते हैं जो बाद में भाजपा के मत्थे मढ़ दिया जाएगा और कह दिया जाएगा कि जैसे गुजरात में जाकर मोदी जी ने दंगा करवा दिया था वैसे ही केंद्र में भाजपा की सरकार आने पर सांप्रदायिकता का वातावरण बन रहा है इसलिए सरकार जिस किसी की बने किन्तु उक्त समय में विशेष सावधानी और संयम पूर्वक समय निकाला जाना चाहिए ताकि प्रत्येक नागरिक के बहुमूल्य जीवन की रक्षा की जा सके !

डॉ.मनमोहन सिंह जी - Mon,September 26, 1932Time of Birth: 14:00:00Place: Jhelum

     यद्यपि मनमोहन सिंह जी का 8-8-2014  तक राजनीति करने का समय अभी है किन्तु वर्तमान केंद्र सरकार का समय ज्योतिष की दृष्टि से 4 -6 -2013  पूरा हो चुका है इसलिए यह सरकार अब कभी भी गिर सकती है या चुनावों  तक घसीटी जा सकती है सन 8-8-2014 के बाद मनमोहन सिंह जी की राजनैतिक सहभागिता बहुत कम या न के बराबर रहेगी।यद्यपि उनका यह समय तनाव रहित,रोग रहित ,सम्मान प्रदान करने वाला उत्तम अवसर है फिर भी राजनैतिक दृष्टि से यह समय वैराग्य प्रद है।

राहुल गाँधी जी- Thursday, June 18, 1970Time of Birth: 21:52:00Place of Birth: Delhi 

राहुल  गाँधी जी की  29 - 4 -2013 से 29 - 4 -2023 तक  नीच राशि स्थित चन्द्रमा की दशा है जो परिश्रम की अपेक्षा अत्यंत कम सफलता प्रदान करने वाली है। निरुत्साह का वातावरण बनेगा । स्वजनों  के  सहयोग  का अभाव रहेगा।किए हुए अपने  अच्छे कार्यों का श्रेय मिल पाना भी  कठिन होगा। स्वास्थ्य ,सुरक्षा एवं मित्रता पर विशेष सजगता  श्रेयस्कर होगी।

      सोनियाँ गाँधी जी- Mon, December 09, 1946Time of Birth: 21:30:00Place of Birth: Turin

   सोनियाँ जी का  26 -8 -2012   से 2 6 -8 -2019 तक का समय शुभ नहीं है इस समय  प्रसन्नता प्रदान  करने वाला कोई भी समाचार मिल पाना दुर्लभ सा लगने लगेगा।हर ओर से तनावी समाचार ही मिलेंगे। स्वास्थ्य कि दृष्टि से भी यह समय काफी प्रतिकूल है । संतान पक्ष की चिंता एवं संतान के लिए भी यह समय अच्छा नहीं  हैं । इस समय सकारण या अकारण चिंताएँ मन बोझिल बनाए रखेंगी। संगठन  की दृष्टि से भी बहुत अधिक परिश्रम  करने पर सफलता का प्रतिशत अत्यंत अल्प होगा । मानसिक तनाव,राजनैतिक पराभव, रुग्णता,स्वजन विरह बाधा एवं बिरोधियों की बढ़ती गतिबिधियाँ अत्यंत बेचैन करती रहेंगी!भगवान शिव की आराधना करने से आंशिक सुधार   संभव है !

प्रियंका गाँधी जी- Tuesday, January 11, 1972Time of Birth: 01:59:00Place of Birth: Delhi 

प्रियंका जी का 23 -8 -2005  से 23 -8 -2022 तक का समय  तनाव रहित विकास कारक एवं विशेष शुभ है। 

23 -2 -2014 से 20 -2 -2015 तक सभी प्रकार से विरोधियों को पराजित करने वाला है चुनावी दृष्टि से भी यह समय सफलता प्रदान करने वाला है रक्त विकार जनित,स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की दृष्टि से सावधान रहना चाहिए।    ।  

पी.चिदंबरम जी - Sun, September 16, 1945Time of Birth: 11:47:21Place of Birth:Karaikkudi

    चिदंबरम साहब का 13 -8-2000 से 13 -8-2016 तक तनाव रहित प्रतिष्ठा प्रदान करने वाला समय होते हुए भी 19-3-2014 से 13 -8-2016 तक इस समय के शुभ फल का प्रभाव अत्यंत कमजोर रहेगा। इसमें किसी बड़ी सफलता की आशा नहीं की जानी चाहिए इसके बाद भी इनकी राजनैतिक सक्रियता  बहुत कम या बिलकुल न के बराबर ही  रहेगी।  

  लालकृष्णअडवाणी जी- Tue, November 08, 1927Time of Birth: 09:27:00Place Hyderabad 

      29 -8-2011 से 8-5 -2014 तक अडवाणी जी का यह समय पहले की अपेक्षा तनाव रहित,पद प्रतिष्ठा प्रदान करने वाला काफी उत्तम समय है। इनके नेतृत्व में संगठनात्मक मजबूती काफी हद तक सफलता पूर्वक बनाई जा सकती है।वर्तमान समय में इनकी बातों,विचारों,सुझावों  का प्रभाव अत्यंत सकारात्मक एवं संगठन के हित में होगा। 8-5 -2014 से 17-6-2015 तक का समय वैचारिक तनाव पूर्ण वातावरण में किसी अप्रत्याशित सफलता की प्राप्ति का संकेत देता है। जिसे राजनैतिक एवं चुनावी दृष्टि से भी जोड़ कर देखा जा सकता है। 

डॉ.मुरली मनोहर जोशी जी-  Friday, January 05, 1934Time of Birth: 10:20:00Place: Delhi

       5-8-2013 से 8-8-2016 तक यद्यपि  डॉ. जोशी जी का यह समय विशेष भागदौड़ एवं तनाव का है । इस समय  में इनकी राजनैतिक सक्रियता अचानक विशेष रूप से बढ़ जाएगी , फिर भी यह समय इन्हें  राजनैतिक दृष्टि से किसी बड़ी सफलता को प्रदान करने वाला है यद्यपि यह सब कुछ विशेष तनाव एवं संघर्ष पूर्ण वातावरण में अकस्मात सुलभ होते दिखता है। 

राजनाथ सिंह जी -Sunday, February 12, 1950Time of Birth: 01:36:56 Place : Varanasi

   1-1-2013  से   19-7-2015 तक राजनाथ सिंह जी का यह समय तनाव रहित पद प्रतिष्ठा प्रदान करने वाला है।विशेष बात यह है कि इस समय संगठन को एक सूत्र में बाँध कर चलने में इनकी अच्छी कार्यकुशलता समाज के सामने आएगी, जिससे इन्हें विशेष रूप से यश की प्राप्ति होगी।       

 सुषमा स्वराज जी- Thursday, February 14, 1952Time of Birth: 04:15:00 Place: Ambala

   25-10-2012 से   25-10-2015 तक  सुषमा जी का तनाव रहित अत्यंत उत्तम समय है इस बीच सामाजिक मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी और बिना किसी बड़े जोड़ तोड़ के बड़े से बड़े पद पर आसीन होने की ज्योतिषीय  पात्रता सिद्ध करता है। स्वजनों से सतर्कता  श्रेयस्कर रहेगी। 

  उमा भारती जी -Sunday, May 03, 1959Time of Birth: 12:00:00  Place of Birth: Tikamgarh

    21-11-2013 से 21-1-2015 तक  उमा भारती जी के लिए तनाव रहित उत्तम प्रतिष्ठा प्रदान करने वाला अवसर है इसमें मध्यमोत्तम राजनैतिक सफलता के योग हैं समय शुभ है। 

  वरुण गाँधी जी- Thursday, March 13, 1980 Time of Birth: 12:00:00 Place of Birth: New Delhi 6-11-2013 से  24-11-2014 तक वरुण गाँधी जी का अत्यंत उत्कृष्ट सफलता प्रदान करने वाला समय है इस समय या यहाँ से प्रारम्भ होकर  इन्हें आशा से कई गुना अधिक सफलता मिल सकती है। इन्हें  अब काफी लम्बे समय अर्थात लगभग तीन दशक तक भारतीय राजनैतिक भविष्य का स्थिर स्तम्भ माना जा सकता है। विश्वास पूर्वक कहा जा सकता है कि संयम और सदाचार पूर्वक जनसेवा का व्रत लेकर यदि ये आगे बढ़ते हैं तो इनका इनके परिवार को  न केवल महत्त्व पूर्ण प्रतिष्ठा प्राप्ति होगी अपितु वर्तमान की राजनीति में भी कुछ आदर्श उदाहरण उपस्थित किए जा सकते हैं ।

 नितीश कुमार जी - Thursday, March 01, 1951Time of Birth: 12:00:Place: kalyanbigha

17-11-2012  के पहले नितीश जी का समय बहुत उत्तम था उतना अच्छा उन्नति कर समय अब नहीं है किन्तु यह मध्यम से अच्छा है इसलिए उन्हें राजनैतिक दृष्टि से कमजोर नहीं कहा जा सकता है अपितु यह पचास प्रतिशत सफलता प्रद समय है पहले की अपेक्षा अब राजनैतिक  आक्रामकता अधिक होगी जो चुनावी सफलता की दृष्टि से काफी सहयोगी होगी।

मायावती जी- Sunday, January 15, 1956Time of Birth: 19:50: Place of Birth: Daulatpur

13-11-2013 से  22-7-2016 तक का समय स्वजनों के कपटपूर्ण वर्ताव के कारण विशेष सफलता प्रदान करने में बाधक है। यह समय सभी प्रकार से सामान्य है किसी बड़ी सफलता की आशा नहीं की जानी चाहिए फिर भी स्वजनों से मध्यम दूरी बनाकर अपनी रणनीति के माध्यम से आगे बढ़ना मध्यम सफलता प्रदान करने वाला होगा।  

  राम बिलास पासवान जी-Friday, July 05, 1946Time of Birth: 19:50:Place of Birth: Khagaria

   20-12-2011 से 2-7-2014 तक रामबिलास जी का समय पहले की अपेक्षा ठीक है इसमें सामाजिक एवं राजनैतिक सफलता के लिए किए गए प्रयासों में साठ प्रतिशत तक सफलता मिलनी संभव है । 

  शरद पवार जी- Thursday, December 12, 1940Time of Birth: 07:00: Place of Birth: Baramati

14-5-2013 से 20-3-2016तक का समय  शरद पवार जी के लिए आशातीत राजनैतिक सफलता प्रदान करने वाला है। यद्यपि तनाव एवं संघर्ष पूर्ण समय है फिर भी परिणाम स्वरूप लाभ की मात्रा अपने पक्ष में काफी अधिक होगी। 

  ममता बनर्जी जी- Wednesday, January 05, 1955Time of Birth: 12:00: Place of Birth: Calcutta 20-11-2013 26-10-2014तक का समय हो सकता है ममता जी के लिए विशेष सफलता प्रद न हो किन्तु  उनकी सफलता का रथ सन 2022 तक अबाध गति से आगे बढ़ता चला जाएगा और दिनों दिन उन्हें न केवल राजनैतिक सफलता का लाभ होगा अपितु सामाजिक सम्मान प्रतिष्ठा भी  दिनों दिन बढ़ती चली जाएगी। 

     राजनीति में भी ज्योतिष की प्रभावी भूमिका

    जब किन्हीं दो या दो से अधिक लोगों का नाम यदि एक अक्षर से ही प्रारंभ होता है तो ऐसे सभी लोगों के आपसी संबंध शुरू में तो अत्यंत मधुर होते हैं बाद में बहुत अधिक खराब हो जाते हैं, क्योंकि इनकी पद-प्रसिद्धि-प्रतिष्ठा -पत्नी-प्रेमिका आदि के विषय में पसंद एक जैसी होती है। इसलिए कोई सामान्य मतभेद भी कब कहॉं कितना बड़ा या कभी न सुधरने वाला स्वरूप धारण कर ले या शत्रुता में बदल जाए कहा नहीं जा सकता है। 

जैसेः-राम-रावण, कृष्ण-कंस आदि। इसी प्रकार और भी उदाहरण हैं।

    ज्योतिष की दृष्टि से भारतवर्ष  में भाजपा की  स्थिति बहुत ठीक नहीं है इसीलिए उसे राजग का गठन करना पड़ा जबकि भाजपा से कम सदस्य संख्या वाले अन्य दलों के लोग  पहले भी प्रधानमंत्री बन चुके हैं ।जिनका  अटल जी जैसा विराट व्यक्तित्व भी नहीं था फिर भी सरकार बनाने में सबसे अधिक कठिनाई भाजपा को ही हुई थी आखिर अन्य  कारण भी  रहे  होंगे किन्तु ज्योतिष  की यह एक विधा भी महत्त्व पूर्ण कारण कही जा सकती है ।

         आर. यस. यस. के समर्पित पवित्र प्रचारकों के परिश्रम एवं देश भक्ति भावना से सुसिंचित भाजपा एवं उसका अपना अत्यंत सक्षम तथा कर्मठ नेतृत्व है प्रतिपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है कई प्रदेशों में उसकी न केवल यशस्वी सरकारें हैं अपितु अनेक वर्षों से सफलता पूर्वक  संचालित हो रहीं हैं किन्तु क्या कारण है कि कई प्रदेशों में फूलने फलने वाली भाजपा की यशस्वी सरकारें हैं किन्तु केंद्र में आकर भाजपा की वही धार कुंद हो क्यों जाती है?क्या अन्य पार्टियों के नेता ज्यादा समझदार और ईमानदार हैं ?जो भी हो यह चिंतन और मंथन का विषय जरूर है ।    

       इसी प्रकार दिल्ली की कांग्रेस सरकार है वो अपनी अच्छाई से जीतती है या विपक्षी भाजपा का आपसी असामंजस्य उसकी जीत का कारण बनता है कहना कठिन है यह भी चिंतन का विषय है ।

      दिल्ली भाजपा के चार विजय  और चारों को दिल्ली में एक साथ ही काम करना होता है इन  चारों लोगों  ने अपने एवं अपनी पार्टी का  यश बढ़ाया भी है फिर भी दिल्ली भाजपा की धार भी दिनों दिन कुंद होती दिखती है।उस समय तो केवल आलू प्याज की महँगाई पर भाजपा सरकार की दिल्ली से बिदाई हुई थी ।आज तो सब कुछ महँगा है सत्ता धारी पार्टी के केंद्र से लेकर प्रदेश तक घोटालों के आरोप हैं फिरभी   भाजपा के लोग सरकार के विरुद्ध कोई सशक्त आन्दोलन नहीं खड़ा कर सके हैं ।आज की तारीख में सरकार यदि जाती भी है तो वो उसका अपना अपयश हो सकता है

      कम से कम भाजपा की सामर्थ्य बढ़ रही है इस कारण काँग्रेस सरकार जायगी अभी तक तो ऐसा कहना उचित नहीं होगा।हाँ,घोटाला भ्रष्टाचार आदि  कुकृत्यों के कारण काँग्रेस से लोग घृणा करते हुए भाजपा को विजयी बना दें यह और बात है।

   यह भी नहीं है कि भाजपा के लोग ही अयोग्य हों आखिर इन्हीं शूरमाओं ने दिल्ली नगर निगम में जीत हासिल की है क्योंकि  वहाँ इन चारों विजयों में को प्रतिस्पर्द्धा नहीं थी ।खैर जो भी हो इस दृष्टि से भी चिंतन अवश्य होना चाहिए,अन्यथा आगामी चुनावों में भाजपा के राजनैतिक भविष्य के लिए चिंता प्रद हैं।इन चारों में आपसी तालमेल बेहतर  बनाने के लिए किसी मजबूत व्यक्तित्व की व्यवस्था  समय रहते कर  लेना उत्तम होगा  

                        विजयेंद्रजी -विजयजोलीजी 

     विजयकुमारमल्होत्राजी - विजयगोयलजी 

रेन्द्र मोदी और नितीश कुमार---

इनके साथ भी वही समस्या है जैसे अन्ना के सहयोगियों में हुआ !न्ना हजारे के आंदोलन के तीन प्रमुख ज्वाइंट थे न्ना हजारे, रविंदकेजरीवाल एवं ग्निवेष तथा मित त्रिवेदी  जिन्हें एक दूसरे से तोड़कर ये आंदोलन ध्वस्त किया जा सकता था। इसमें ग्निवेष कमजोर पड़े और पीछे हट गए और वो आन्दोलन ध्वस्त हो गया । उसी प्रकार  भारतवर्ष  में भाजपा की  स्थिति बहुत ठीक नहीं है इसीलिए उसे राजग का गठन करना पड़ा अब

रेन्द्र मोदी और नितीश कुमार एवं नितिन गडकरी

ये तीनों लोग राजग में एक साथ आमने सामने सफलता पूर्वक नहीं रह सकते।इसलिए राजग  के  केंद्रीय  संगठन में  रेन्द्र मोदी के आते ही नितीश कुमार का  राजग  से बाहर जाना लगभग निश्चित है। यह भाजपा के सत्ता के स्वप्न पर पानी फेर सकता है।

  त्तर प्रदेश

    इसीप्रकार त्तर प्रदेश के  विगत चुनावों में  भाजपा ने अत्यंत प्रसिद्ध, परिश्रमी ,धार्मिक ,अद्भुत  वक्ता सुश्री उमाभारती जी के नेतृत्व में चुनाव करा दिए उसे क्या पता था कि त्तरप्रदेश और माभारती में नाड़ी दोष है।यदि उमा जी प्रचार करतीं और नेतृत्व किसी और का होता तो भाजपा का प्रदर्शन इससे अच्छा होने की संभावना मानी जानी चाहिए।

  इसलिए ज्योतिष शास्त्र के इन सिद्धांतों समेत अन्य समस्त चुनावी विजयदायिनी शास्त्रीय विचारधारा का परिपालन अवश्य किया जाना चाहिए।इसका  सकारात्मक असर अवश्य पड़ेगा ।

        कलराजमिश्र-कल्याण सिंह  

           ओबामा-ओसामा   

   अरूण जेटली- अभिषेकमनुसिंघवी


नरसिंहराव-नारायणदत्ततिवारी 

 परवेजमुशर्रफ-पाकिस्तान 

लालकृष्णअडवानी-लालूप्रसाद

      भाजपा-भारतवर्ष  

 मनमोहन-ममता-मायावती    

   उमाभारती -   उत्तर प्रदेश 
अमरसिंह - आजमखान - अखिलेशयादव 

 अमर सिंह - अनिलअंबानी - अमिताभबच्चन 

नितीशकुमार-नितिनगडकरी-नरेंद्रमोदी  

प्रमोदमहाजन-प्रवीणमहाजन-प्रकाशमहाजन  अन्नाहजारे-अरविंदकेजरीवाल-असीम त्रिवेदी-अग्निवेष- अरूण जेटली - अभिषेकमनुसिंघवी

 

दिल्ली भाजपा

इसी प्रकार से दिल्ली भाजपा  के  चार विजय

                                  विजयेंद्र-विजयजोली

              विजयकुमारमल्होत्रा- विजयगोयल
  
इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए वर्तमान समय में कहा  जा सकता है कि इन चारों विजयों का दिल्ली भाजपा में एक साथ काम करना  भाजपा की दिल्ली विजय पर कभी भी भारी पड़ सकता है ।इसलिए इन्हें बहुत सावधानी एवं सहनशीलता पूर्वक काम करनाही इनके एवं पार्टीके लिए विशेष कल्याणकारी रहेगा ।

            एक विशेष बात और यह है कि  दिल्ली भाजपा में इन चार विजयों के अलावा भी जो प्रमुख नेतागण हैं उन्हें विशेष सामंजस्य बनाने का प्रयास करते रहना श्रेयस्कर रहेगा।इतना सब होने पर भी यदि थोड़ी भी आपसी सहमति में कमी आई तो इन चारों लोगों को अपनी अपनी राजनैतिक  विकास यात्रा में ब्रेक लेनी पड़ सकती है।

गुजरात

       केशुभाई पटेल के नेतृत्व वाली गुजरात परिवर्तन पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनावों में या गुजरात  की सम्पूर्ण राजनीति में गुजरात परिवर्तन पार्टी  के   तत्वावधान  में जो कमर कसी है वो उनके लिए किसी भी प्रकार से  गुजरात में लाभप्रद नहीं रहेगी।प्रदेशों या देशों के नामों वाली पार्टियाँ कभी भी सफलता प्रद नहीं रहती  हैं ऐसा कोई उदाहरण नहीं दिखता है ।इस लिए  गुजरात परिवर्तन पार्टी  का गुजरात  में कोई भविष्य नहीं है और नरेंद्र मोदी सभी दलों पर अपनी बढ़त बनाने में सफल होते दिखते हैं ।

न्ना हजारे

    इसीप्रकार न्ना हजारे के आंदोलन के तीन प्रमुख ज्वाइंट थे न्ना हजारे , रविंदकेजरीवाल एवं ग्निवेष जिन्हें एक दूसरे से तोड़कर ये आंदोलन ध्वस्त किया जा सकता था। इसमें ग्निवेष कमजोर पड़े और हट गए। दूसरी ओर जनलोकपाल के विषय में लोक सभा में जो बिल पास हो गया वही राज्य सभा में क्यों नहीं पास हो सका इसका एक कारण नाम का प्रभाव भी हो सकता है। सरकार की ओर से भिषेकमनुसिंघवी थे तो विपक्ष के नेता रूण जेटली जी थे। इस प्रकार ये सभी नाम अ से ही प्रारंभ होने वाले थे। इसलिए भिषेकमनुसिंघवी की किसी भी बात पर रूण जेटली का मत एक होना ही नहीं था।अतः राज्य सभा में बात बननी ही नहीं थी। दूसरी  ओर भिषेकमनुसिंघवी और रूण जेटली का कोई भी निर्णय न्ना हजारे एवं रविंदकेजरीवाल को सुख पहुंचाने वाला नहीं हो सकता था। अन्ना हजारे एवं रविंदकेजरीवाल का महिमामंडन ग्निवेष कैसे सह सकते थे?अब न्ना हजारे एवं रविंदकेजरीवाल कब तक मिलकर चल पाएँगे?कहना कठिन है।सीमत्रिवेदी भी न्नाहजारे के गॉंधीवादी बिचारधारा के विपरीत आक्रामक रूख बनाकर ही आगे बढ़े। आखिर और लोग भी तो थे।  अक्षर से प्रारंभ नाम वाले लोग ही न्नाहजारे  से अलग क्यों दिखना चाहते थे ? ये अक्षर वाले लोग  ही न्नाहजारे के इस आंदोलन की सबसे कमजोर कड़ी हैं।

  मर सिंह

न्नाहजारे की तरह ही मर सिंह जी भी अक्षर वाले लोगों से ही व्यथित देखे जा सकते हैं। अमरसिंह जी की पटरी पहले मुलायम सिंह जी के साथ तो खाती रही तब केवल जमखान साहब से ही समस्या होनी चाहिए थी किंतु खिलेश  यादव का प्रभाव बढ़ते ही मरसिंह जी को पार्टी से बाहर जाना पड़ा। ऐसी परिस्थिति में अब खिलेश के साथ जमखान कब तक चल पाएँगे? कहा नहीं जा सकता। पूर्ण बहुमत से बनी उत्तर प्रदेश में सपान की खिलेश सरकार के सबसे कमजोर ज्वाइंट जमखान  सिद्ध हो सकते  हैं।
   चूँकि मरसिंह जी के मित्रों की संख्या में अक्षर से प्रारंभ नाम वाले लोग ही अधिक हैं इसलिए इन्हीं लोगों से दूरियॉं बनती चली गईं। जैसेः- जमखान मिताभबच्चन  निलअंबानी  भिषेक बच्चन आदि।

राहुलगॉधी - रावर्टवाड्रा - राहुल के पिता  श्री राजीव जी इन दोनों पिता पुत्र का नाम रा अक्षर  से था इसीप्रकार रावर्टवाड्रा  और उनके पिता श्री राजेंद्र जी इन दोनों पिता पुत्र का नाम  भी रा अक्षर  से ही था। दोनों को पिता के साथ अधिक समय तक रहने का सौभाग्य नहीं मिल सका । अब राहुलगॉधी के राजनैतिक उन्नत भविष्य  के लिए रावर्टवाड्रा  का सहयोग सुखद नहीं दिख रहा है क्योंकि कि यहॉं भी दोनों का नाम  रा अक्षर  से ही है।

राजेश्वरी प्राच्यविद्या शोध  संस्थान की अपील 

   यदि किसी को केवल रामायण ही नहीं अपितु  ज्योतिष वास्तु धर्मशास्त्र आदि समस्त भारतीय  प्राचीन विद्याओं सहित  शास्त्र के किसी भी नीतिगत  पक्ष पर संदेह या शंका हो या कोई जानकारी  लेना चाह रहे हों।शास्त्रीय विषय में यदि किसी प्रकार के सामाजिक भ्रम के शिकार हों तो हमारा संस्थान आपके प्रश्नों का स्वागत करता है ।

     यदि ऐसे किसी भी प्रश्न का आप शास्त्र प्रमाणित उत्तर जानना चाहते हों या हमारे विचारों से सहमत हों या धार्मिक जगत से अंध विश्वास हटाना चाहते हों या राजनैतिक जगत से धार्मिक अंध विश्वास हटाना चाहते हों तथा धार्मिक अपराधों से मुक्त भारत बनाने एवं स्वस्थ समाज बनाने के लिए  हमारे राजेश्वरीप्राच्यविद्याशोध संस्थान के कार्यक्रमों में सहभागी बनना चाहते हों तो हमारा संस्थान आपके सभी शास्त्रीय प्रश्नोंका स्वागत करता है एवं आपका  तन , मन, धन आदि सभी प्रकार से संस्थान के साथ जुड़ने का आह्वान करता है। 

       सामान्य रूप से जिसके लिए हमारे संस्थान की सदस्यता लेने का प्रावधान  है। 

                                         मेरा  ब्लाग         Swasth Samaj



























आचार्य डॉ. शेष नारायण वाजपेयी

 संस्थापकःराजेश्वरी प्राच्यविद्याशोधसंस्थान                

                                    तथा

दुर्गापूजाप्रचारपरिवार एवं ज्योतिष जनजागरण मंच 

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                             

व्याकरणाचार्य (एम.ए.)

संपूर्णानंदसंस्कृतविश्वविद्यालय वाराणसी  

 ज्योतिषाचार्य(एम.ए.ज्योतिष)

 संपूर्णानंदसंस्कृतविश्वविद्यालय वाराणसी  

   एम.ए.      हिन्दी    

  कानपुर विश्व  विद्यालय 

पी.जी.डिप्लोमा पत्रकारिता 

उदय प्रताप कॉलेज वाराणसी 

 पी.एच.डी. हिन्दी (ज्योतिष)   

  बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी बी. एच. यू.  वाराणसी

  विशेषयोग्यताः-वेद, पुराण, ज्योतिष, रामायणों तथा समस्त प्राचीनवाङ्मयएवं राष्ट्र भावना से जुड़े साहित्य का लेखन और स्वाध्याय 

 प्रकाशितः-पाठ्यक्रम की अत्यंत प्रचारित प्रारंभिक कक्षाओं की हिन्दी की किताबें
कारगिल विजय      (काव्य )     

श्री राम रावण संवाद  (काव्य )
श्री दुर्गा सप्तशती     (काव्य अनुवाद ) 

श्री नवदुर्गा पाठ      (काव्य)                               
श्री नव दुर्गा स्तुति (काव्य ) 

 श्री परशुराम(एक झलक)

 श्री राम एवं रामसेतु  

 (21 लाख 15 हजार 108 वर्षप्राचीन

कुछमैग्जीनोंमेंसंपादन,सहसंपादनस्तंभलेखनआदि। 

अप्रकाशितसाहित्यः-श्रीशिवसुंदरकांड,श्रीहनुमतसुंदरकांड,

संक्षिप्तनिर्णयसिंधु,   
ज्योतिषायुर्वेद,श्रीरुद्राष्टाध्यायी,

वीरांगनाद्रोपदी,दुलारीराधिका,

ऊधौगोपीसंवाद,    

श्रीमद्भगवद्गीता‘काव्यानुवाद’

रुचिकर विषयः- प्रवचन, भाषण, मंचसंचालन, काव्य लेखन, काव्य पाठ एवं शास्त्रीय विषयों पर नित्य नवीन खोजपूर्ण लेखन तथा राष्ट्रीय भावना के विभिन्न संगठनों से जुड़कर कार्य करना।

जन्मतिथिः9.10.1965                                                    
जन्म स्थानः- पैतृक गाँव-इंदलपुर, पो.संभलपुर, जि.कानपुर,उत्तरप्रदेश                                       वर्तमान पता  के -71, छाछी बिल्डिंग चौक , कृष्णानगर,दिल्ली51                                                        फो.नं-011 22002689,011 22096548,मो.09811226973,09968657732 




 

                                            





                पांचजन्य में प्रकाशित अंश 


कारगिल विजय की  कविताएँ

                                                                                                                                                                                                                                                                                            

 

                                            

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